हर जायके में कुछ अलग दिखे पापा। संतुलित रहकर संतुलित बना गए पापा। हर जायके में कुछ अलग दिखे पापा। संतुलित रहकर संतुलित बना गए पापा।
मैंने भी कह दिया बस है वो। मैंने भी कह दिया बस है वो।
पलटना चाहता हूँ मैं उसे आज भी लेकिन सोचता हूँ साथ कुछ देर और बिता लूँ। पलटना चाहता हूँ मैं उसे आज भी लेकिन सोचता हूँ साथ कुछ देर और बिता लूँ।
हर शख़्स को, दुनिया में गर एक मौका मिल जाए वो चाहेगा कोई एक पन्ना उसके ज़हन से मिट जाए हर शख़्स को, दुनिया में गर एक मौका मिल जाए वो चाहेगा कोई एक पन्ना उसके ज़हन स...
लोगों पर दया दिखाती है, औरत वह ही कहलाती है। लोगों पर दया दिखाती है, औरत वह ही कहलाती है।
दिल की गहराई कोई समझता नहीं और किसी को समझ नहीं। दिल की गहराई कोई समझता नहीं और किसी को समझ नहीं।